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Saleem Siddiqui

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Saleem Siddiqui, SALEEM SIDDIQUI

एक बाप अपनी औलाद से कितना प्यार करता है इस पोस्ट से पता लगायें।

बेटी नाराज हो गयी पापा जाने लगे जब ऑफिस,  बेटी जिद पर अड़ी रही, activa के लिए, वो भी आज papa ने मजबूरी दिखाई, पर बेटी माने तब न. बेटी ने जिद में आकर papa से बात करना बंद कर दी. पापा बेचारे क्या करे ? बहुत कोशिश की, papa ने, ऑफिस से बेटी को मनाने  की,पर बेटी phone उठाये तब न. mood ख़राब हुआ पापा का छाती में दर्द होने लगा immediate गया boss के पास, urgent loan पास  करवाया, showroom गया, बेटी की ख़ुशी के लिए,  activa खरीद ली. बेटी को फिर फ़ोन किया ये बताने के लिए कि उसकी  activa शाम को आ रही है पर बेटी अब भी नाराज मुंह फूलाये बैठी थी, जिदी थी papa से अब भी नाराज थी पापा शांत हो गए, chest pain बढ़ने लगा, बहुत प्यार करता था बेटी से बेटी ने phone नहीं उठाया, और दर्द बढ़ने लगा. activa तो पहुंच चुकी घर पर papa को attack आ गया, ऑफिस में ही. घर पर activa देखकर बहुत खुश हुई बेटी, हद से ज्यादा पर पापा नहीं दिखे पीछे पीछे कोई ambulance आ गयी, सब परेशान, कौन था उसमें Body ब...

What is Anus=Meaning Hindi= गुदा

आहार नाल का शरीर के बाहर खुलने वाला छिद्र जिसके द्वारा अपचित बचा हुआ जीवाणु युक्त भोजन तथा ठोस उत्सर्जन ों को बाहर निकाल दिया जाता है कुछ जलीय जंतुओं जिनमें आहार नाल का पश्च भाग श्वसन में उदाहरण है कुछ ड्रैगनफ्लाई के डिन्भकों में इस्तेमाल होता है के अलावा इन का केवल यही कार्य होता है यह लगभग सभी मेटाजोआ में उपस्थित होता है परंतु सभी प्लेटीहेल्मिनथीज़  तथा सीलेंट्रेटा में अनुपस्थित होता है।

Has anyone seen God? क्या किसी ने खुदा को देखा है, हम खुदा को नहीं देख सकते आखिर क्यों?

आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे क्या किसी ने खुदा को देखा है तो चलिये   इस बात को एक उदाहरण के माध्यम से समझ लेते हैं। माजिद ने साजिद से सवाल किया क्या? किसी ने खुदा को देखा है साजिद यह कैसे हो सकता है माजिद क्यों? साजिद वजह तो बिल्कुल जाहिर है क्योंकि तुम उसी चीज को देख सकते हो जिसमें कुछ जिस्मानीयत हो यानी कुछ लंबाई चौड़ाई कुछ मोटाई कुछ गाढ़ापन हो तुम्हारे अंदर तुम्हारी जान मौजूद है मगर तुम उसको नहीं देख सकते हवा तुमको लगती है मगर नजर नहीं आती क्योंकि इसमें कसाफत और  गाढ़ापन  नहीं है अल्लाह ताला जिस्मानीयत से  भी पाक है और कसाफत से भी वह लतीफ है लिहाजा ना नजर आता है ना हाथ उसको छू सकते हैं और यह वह हवा की तरह आपके बदन से लग सकता है एक बात और समझ लो देखो सूरज तुम्हारे सामने होता है मगर तुम उस पर नजर नहीं जमा सकते तुम्हारी नजर जैसे ही सूरज की तरफ उठती है चकाचोंध हो जाती है अब अगर सूरज की रोशनी दो तीन गुना हो जाए तो फिर सूरज तो सूरज तुम धूप पर भी नजर ना डाल सकोगे चमगादड़ की तरह धूप से छुपते फिरोगे और अगर सूरज का नूर सौ गुना हो जाए तो फिर सोचो क्या हाल हो जिंदगी नामुमक...